Indian Astrology

Shankhpal Kaalsarp Yog

Shankhpal Kaalsarp Dosha, शंखपाल कालसर्प योग, Shankhpal Kaalsarp Yog

Shankhpal Kaalsarp Yog (शंखपाल कालसर्प योग): When Rahu is in fourth place and Ketu is in tenth place and if there are planets between it the Kaalsarp Yoga forms is called Shankhpal Kaalsarp Yog. With the help of this yoga, one sees the financial hardship, disease and disorder in his house. There is nothing names as happiness in the family and because of this, many problems have to be faces in education. He cannot settle himself in the house and find hindrances in the progress in the life. The people of this yoga have to face difficulties related to land and property, in the lawsuit, the enemy. Sometimes, the person gets unnecessary anxiety.

The person, from his mother gets sometimes a partial trauma(Shankhpal Kaalsarp Yog). There is also pain he receives due to the servants of the house, and he also has to bear the loss. Married life of such a person gets problematic and stressful. No work is done without any hindrance, but these disruptions are automatically destroyed in time. Such a person should not do many things together. Otherwise many obstacles are seen in completion of the work, but even after all these.

The person gets many successes in the field of business, job and politics and the social status of the position is realized. If you think that in your horoscope, Shankhpal Kaalsarp Yog or Kapali Kaalsarp Yog is there, then you should be careful and take the following steps. Surely this Shankhpal Kaalsarp Yog or Kapali Kaalsarp Yoga will be cools out from your horoscope. This is my own experience.

Shankhpal Kaalsarp Yog Remedies:

  • Hang Hanuman Bahuk in red cloth on any Tuesday on the wall towards the south side of the house.
  • Put a silver serpent, or peacock feathers at the main entrance of the house on Saturday.
  • On any Friday, flush the water coconut in water during the day.
  • In auspicious time, take a single coconut and circumbulate seven times anti clockwise around your head and flow it for seven Wednesday in the Ganga or Yamuna River.
  • Feed the birds with raw bread of barley flour for 3 months in the morning.

Shankhpal Kaalsarp Yog Precautions:

  • Do not use any intoxicants like bidi, cigarette, liquor etc. If you do not even do, donate bidis, cigarettes, alcohol as much as you drink and smoke, at any time on Saturday.
  • Do not buy any old item, nor take it from anyone.
  • Please Don’t wear black, blue, brown clothes around waist, wear bright colors clothes only.
  • Do not sleep in the day, and work out early in the morning, or make a run in the park.
  • Never make a partner in trade and business. Beware of neighbors too.
  • Do not leave any open space around your residence. Do not reside in that place wherein a vacate plot or park is situated around.
  • Never through corns and other things on the roof for the birds.

Shankhpal Kaalsarp Yog, शंखपाल कालसर्प योग

शंखपाल कालसर्प योग या कपाली कालसर्प योग | Shankhpal Kaalsarp Yog

जब राहु चौथे स्थान में और केतु दशम स्थान में हो और इसके बीच सारे ग्रह हो तो शंखपाल नामक कालसर्प योग बनता है। इस योग के होने से व्यक्ति को अपने घर आर्थिक तंगी, रोग और कलह देखने को देखने मिलती है, घर-परिवार में सुख नाम की चीज नही होती, इस कारण विद्या प्राप्ति में भी कई समस्यों का सामना करना पड़ता है। घर में मन नही लगता और जीवन में उन्नति में बाधा देखने को मिलती है। इस योग के जातक को जमीन-जायदाद सम्बंधित कठिनाइयां मुकदमें, शत्रु, हानि का सामना करना पड़ता है,

ऐसे जातक को कभी-कभी बेवजह चिंता घेर लेती है, तथा जातक को माता से कोई, न कोई किसी न किसी समय आंशिक रूप में तकलीफ मिलती है। घर में नौकरों की वजह से भी कोई न कोई कष्ट बना रहता है, व उनसें नुकसान भी उठाना पड़ता है। ऐसे जातक का वैवाहिक जीवन समस्यापूर्ण और तनावग्रस्त देखने को मिलता है। बिना विघ्न के इनका कोई कार्य पूरा नही होता, पर ये विघ्न समय अनुसार में स्वत: नष्ट होते जाते हैं।

ऐसे जातक को बहुत सारे कामों को एक साथ नही करना चाहिए अन्यथा कार्य पूर्ण होने में बहुत बाधाएं देखने को मिलती है, लेकिन इतना सब कुछ हो जाने के बाद भी जातक को व्यवसाय, नौकरी तथा राजनीति के क्षेत्र में बहुत सफलताएं प्राप्त होती हैं व सामाजिक पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। यदि आपको लगता है, की आपकी जन्मकुंडली में शंखपाल या कपाली कालसर्प योग है, तो आप नीचे दिए गये उपाय करे, और सावधानी बरतें निश्चित ही आपकी जन्मकुंडली में से यह शंखपाल योग शांत होगा, ऐसे मेरा स्वयं अनुभव है।

शंखपाल कालसर्प योग के उपाय:

  • घर के दक्षिण दिशा की तरफ दीवार पर किसी भी मंगलवार के दिन लाल वस्त्र में हनुमान बाहुक लटका दे।
  • शनिवार घर के मुख्य द्वार पर चांदी के नाग-नागिन लगा दे, या मोर पंख लगा दें।
  • किसी भी शुक्रवार को दिन के समय पानी वाले नारियल को जल में प्रवाहित करें।
  • किसी शुभ मुहूर्त में एकाक्षी नारियल अपने ऊपर से सात बार उतारकर सात बुधवार को गंगा या यमुना जी में प्रवाहित करें।
  • 3 महीने जौ के आटे की कच्ची रोटी पक्षियों को खिलाएं सुबह दान करे।
  • प्राण प्रतिष्ठित चांदी का “शिव यन्त्र” शनिवार को अपने गले में धारण करे।
  • वर्ष में एक बार रूद्राभिषेक व महामृत्युन्जय का पाठ अपने घर में अवश्य ही करवाए।

शंखपाल कालसर्प योग के लिये सावधानी:

  • बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि कोई भी नशा न करे, यदि करनी भी पड़े तो, जो बीड़ी, सिगरेट, शराब आप पीते हो, उतनी ही मात्रा में बीड़ी, सिगरेट, शराब शनिवार के दिन किसी भी समय दान करे।
  • कोई भी पुरनी वस्तु, न तो खरीदें और न ही किसी से दान में ले।
  • काले, नील, भूरे रंग के कपडें अपनी कमर से न पहने, हमेसा उजाले रंग के कपड़े पहने
  • दिन में न सोये, और सुबह जल्दी उठे कसरत करे, या पार्क में दोड़ लगायें।
  • व्यापार में कभी पार्टनरशिप न करे।
  • अपने घर के सामने कोई खाली जगह न होने दे, जैसे घर से सामने खाली प्लाट, या पार्क।
  • अपनी घर की छत पर कभी पक्षियों के लिए पानी, या दाना कभी न डालें।

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