Indian Astrology

Sankhchud Kaalsarp Dosha

Shankhchud Kaalsarp Malefic Effects, शंखचूर्ण कालसर्प दोष, Sankhchud Kaalsarp Dosha

Sankhchud Kaalsarp Dosha(शंखचूर्ण कालसर्प दोष): When the Ketu planet is in the third place and Rahu is in the ninth v place in the horoscope, then Kaalsarp Yoga is called shankhchud. There are lots of obstacles of the people born in this Sankhchud Kaalsarp Yog, in one way fate continues to deceive with him. Such people have to face a variety of difficulties in career, business, education, because of not getting the desired career, business and education, their life becomes so disturbed, they have inferiority complexes in their minds. People of Kaalsarp Yoga called Sankhchud Kaalsarp Dosha participate in religious activities and in religious pilgrimages. In a way, they can be called religious fanatics. Having God’s grace special, confidence in them is overwhelming.

Due to the over-thinking power, they sometimes face physical and mental ailments. Friends give benefit to them, and do not leave them behind. They move forward with their support, many a times their funds are spent in public sector for different schemes. The grace of the father remains full on them, but such people cheated by Nainihal and sister- in-law. Marital life is full of loving. Money loss and secret enemies trouble their life; they find their life like bonds many times. If you find that, in your horoscope, there is Sankhchud Kaalsarp Dosha or Vrishakpi Kaalsarp yoga, you should take the following steps, and be careful. Of course this Sankhchud Kaalsarp Dosha or Vrishakapi Kaalsarp yoga will be calm in your horoscope. This is my own experience.

Sankhchud Kaalsarp Dosha Remedies:

  • By establishing silver era snake fault machine in the temple of the house for 40 days from. Monday, regularly bath him with raw milk.
  • Once on any Tuesday, recite Hanuman Chalisa and seven times Bajrang Baan in the morning sitting on a red seat.
  • Regularly recite Mahamrityunjaya Mantra and observe fasting every Monday. In the month of Shravan, perform Rudrabhishek of Lord Shiva.
  • Hold energized Silver Rahu Yantra on Saturday around your neck.
  • On Tuesday, on any moonlit fortnight. Hold the Nagraj ring, in the middle finger of the right hand directly for Sankhchud Kaalsarp Dosha .

Sankhchud Kaalsarp Dosha Precaution:

  • Do not use any intoxicants like bidi, cigarette, liquor etc. If you do not even do, donate bidis, cigarettes, alcohol as much as you drink and smoke, at any time on Saturday.
  • Do not buy any old item, nor take it from anyone.
  • Please Don’t wear black, blue, brown clothes around waist, wear bright colors clothes only.
  • Do not sleep in the day, and work out early in the morning, or run in the park.
  • Never make a partner in trade and business. Beware of neighbors too.
  • Do not leave any open space around your residence. If you Do not reside in that place wherein a vacate plot or park is situated around.
  • Do not give alms in cash.

Sankhchud Kaalsarp Dosha, शंखचूर्ण कालसर्प दोष

शंखचूर्ण कालसर्प दोष या वृषाकपि कालसर्प योग | Sankhchud Kaalsarp Dosha

जन्मकुंडली में जब केतु ग्रह तीसरे स्थान में व राहु ग्रह नवम स्थान में हो तो शंखचूड़ नामक कालसर्प योग बनता है। इस योग में उत्पन्न जातकों का भाग्योदय होने में बहुत बाधाएं आती है, एक प्रकार से भाग्य उसके साथ छल करता रहता है। ऐसे जातको को कैरियर, व्यवसाय, पढ़ाई-लिखाई में कई प्रकार के विघ्नों का सामना करना पड़ता है, मनोवांछित कैरियर, व्यवसाय और शिक्षा न मिलने के कारण इनका जीवन अस्त व्यस्त सा हो जाता है, इनके मन में कई बार हीन भावना बन जाती है। शंखचूड़ नामक कालसर्प योग के जातक अपने जीवन में धार्मिक कार्यो में बढ़चढ़कर भाग लेते है, और धार्मिक यात्राये भी करते है। एक प्रकार से इन्हें धार्मिक कट्टर कहा जा सकता है। ईश्वर की कृपा विशेष होने से इनके अंदर आत्मविश्वास अत्याधिक होता है।

विचार शक्ति अधिक होने से इन्हें कई बार शारीरिक और मानसिक व्याधियां का सामना करना पढता है। मित्र इनको लाभ देते है, और इनका पीछा नही छोड़ते उनके सहयोग से ये आगे बढ़ते है, कई बार योजनाओ के लिए इनका सरकारी महकमों में धन खर्च होता रहता है। पिता की कृपा इनके उपर पूरी बनी रहती है, पर ऐसे जातक नैनिहाल व बहनोइयों से धोखा खाते है। वैवाहिक जीवन पूर्ण और प्रेममय होता है। धन हानि और गुप्त शत्रु इनको जीवन परेशान करते है, इनको अपना जीवन कई बार बंधन की तरह लगता है। यदि आपको लगता है, की आपकी जन्मकुंडली में शंखचूड़ या वृषाकपि कालसर्प योग है, तो आप नीचे दिए गये उपाय करे, और सावधानी बरतें निश्चित ही आपकी जन्मकुंडली में से यह शंखचूड़ या वृषाकपि कालसर्प योग शांत होगा, ऐसे मेरा स्वयं अनुभव है।

शंखचूर्ण कालसर्प दोष के उपाय:

  • सोमवार से 40 दिन घर के मंदिर में चांदी के काल सर्प दोष यन्त्र स्थापित करके, नित्य उसको कच्चे दूध से स्नान कराये।
  • किसी भी मंगलवार से एक बार हनुमान चालीसा और सात बार बजरंग बाण का सुबह लाल आसन पर बैठकर पाठ करे।
  • महामृत्युंजय कवच का नित्य पाठ करें और श्रावण महीने के हर सोमवार का व्रत रखते हुए शिव का रुद्राभिषेक करें।
  • प्राण प्रतिष्ठित चांदी का राहू यन्त्र शनिवार को अपने गले में धारण करे।
  • किसी भी शुक्ल पक्ष के मंगलवार को प्रातः नागराज मुद्रिका सीधे हाथ की मध्यमा उंगली में धारण करें।

शंखचूर्ण कालसर्प दोष के लिये सावधानी:

  • बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि कोई भी नशा न करे, यदि करनी भी पड़े तो, जो बीड़ी, सिगरेट, शराब आप पीते हो, उतनी ही मात्रा में बीड़ी, सिगरेट, शराब शनिवार के दिन किसी भी समय दान करे।
  • कोई भी पुरानी वस्तु, न तो खरीदें और न ही किसी से दान में ले।
  • काले, नील, भूरे रंग के कपडें अपनी कमर से न पहने, हमेसा उजाले रंग के कपड़े पहने
  • दिन में न सोये, और सुबह जल्दी उठे कसरत करे, या पार्क में दोड़ लगायें।
  • व्यापार में कभी पार्टनरशिप न करे।
  • अपने घर के सामने कोई खाली जगह न होने दे, जैसे घर से सामने खाली प्लाट, या पार्क।
  • किसी को भी पैसा(कैश) दान में न दे।

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