Gherand Sanhita Book (घेरण्ड संहिता पुस्तक): It is a wise book of Yoga Shastra written by Rishi Gheranda. However, there are 80 chapters in this book. This 80-page book is a very important treaties. In which knowledge of rare activities of Yoga is there.
For instance, main chapters of Gherand Samhita are, Mangalacharanam, Nripchandakapaliprashnah, Gheranderveruttaram, and, Vaatsarah, Batasaraphalam. Besides, Barisarah, Varisarphalam, Bahishkritdhautih, Prakshalanam, Dantayotih, Vastiprakaranam, Jalvastividhih, and, Jalabastiflam, Sthalabastivhidih. In addition, Sthalabastiflam, Neti. vidhih, netiphalam, laulikividhih. However, there are Sanavidhih, Dantamaldhautiphalam, Kapalarandhrasodhanam, Pratiphalam, Lodhanam etc. However, which automatically get completely authentic.
As a Matter of Fact, in this Gheranda Samhita, a detail of every aspect of Indian Yoga is there. By reading which anyone can become a good Yoga Shastri. Nowadays, there are many Yoga Samhita’s available in the market. But they are incomplete, so much authentic knowledge is not available in them. So much technical information is in them.
Gherand Samhita is a book based on ancient compound verbs. This Sanskrit translation is in Hindi language. Which is the publication of Khemraj Prakashan Mumbai. You can get this Gherand Samhita book to your home quickly by courier delivered from Astro Mantra Astrology Store.
घेरण्ड संहिता पुस्तक
ऋषि घेरण्ड योग शास्त्र का महत्वपूर्ण ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ में 80 अध्याय है। 80 पृष्ठीय यह पुस्तक बहुत ही महत्वपूर्ण पुस्तक मानी जाती है, जिसमे योग की दुर्लभ क्रियाओ का ज्ञान दिया गया है।
घेरण्ड संहिता की मुख्य अध्याय जैसे, मंगलाचरणम्, नृपचण्डकापालिप्रश्नः, घेरण्डर्वेरुत्तरम्, सप्तसाधनम्, अन्तद्धोंतिः, वातसार:, बातसारफलम्, बारिसार:, वारिसारफलम्, बहिष्कृतधौतिः, प्रक्षालनम्, दन्तयोतिः, वस्तिप्रकरणम्, जलवस्तिविधिः,, जलबस्तिफलम्, स्थलबस्तिविधिः, स्थलबस्तिफलम्, नेतिविधिः, नेतिफलम्, लौलिकीविधिः, त्रोटकविधिः, त्रोटकफलम् कपालभातिविधिः, वातक्रमकपालभातिः, व्युत्क्रम कपालभाति:, शीत्क्रमकपालभातिः, आसनविधिः, आसनभेदः, सिद्धासनविधि:, पद्मासनविधिः, भद्रासनविधिः, मुक्तासनविधिः, वज्रासनविधिः, स्वस्तिकासनविधिः, सिंहासनविधिः, गोमुखासनविधिः, वीरासनविधिःधनुरासनविधिः, दन्तमलधौतिफलम्, कपालरंध्रशोधनम्, प्रतिफलम्, लोधनम् आदि है, जो अपने आप में पूर्ण ही प्रमाणिक है।
इस घेरण्ड संहिता में भारतीय योग के प्रत्येक पक्ष का सूक्ष्म विवरण दिया गया है, जिन्हें पढ़कर कोई भी अच्छा योग शास्त्री बन सकता है। आजकल बाजार में अनेक योग संहिता उपलब्ध हैं, परन्तु वे अधूरी हैं, उनमे इतना प्रमाणिक ज्ञान उपलब्ध नहीं है। उनमें इतना तकनीकी से बताया गया हो।
घेरण्ड संहिता प्राचीन यौगिक क्रियाओं के आधार पर आधारित ग्रन्थ है। यह संस्कृत अनुवाद हिंदी में हिंदी भाषा में है। जो खेमराज प्रकाशन मुंबई द्वारा रचित है, इस घेरण्ड संहिता पुस्तक को एस्ट्रो मंत्रा ज्योतिष स्टोर से शीघ्र कूरियर से अपने घर मंगवा सकते है।
Gherand Sanhita Book Details:
Book Publisher: Khemraj Books
Book Author: Khemraj Shree Krishna das
Language: Hindi
Weight: 0.057 gm Approx.
Pages: 80 Pages
Size: “18” x “12.5” x “0.5” cm
Edition : 2011
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kk singh –
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