Shri Rama Mangalashtakam, श्री राम मंगलाष्टक

Shri Rama Mangalashtakam
श्री राम मंगलाष्टकम

श्री राम मंगलाष्टकम हिंदी पाठ
Shri Rama Mangalashtakam in Hindi


श्रीरामजयम्
।। ॐ सद्गुरुश्रीत्यागराजस्वामिने नमो नमः ।।

नमः श्रीत्यागराजाय मदाचार्यवराय च ।
श्रीसीतारामभक्ताय गुरुदेवाय ते नमः ॥

ॐ सीतावराय विद्महे । त्यागगेयाय धीमहि ।
तन्नो रामः प्रचोदयात् ॥

।। अथ श्रीराममङ्गलाष्टकम् ।।

सङ्गीतप्राणमूलाय सप्तस्वराधिवासिने ।
षड्जाधारश्रुतिस्थाय सद्गुरुस्वाय मङ्गलम् ॥ १ ॥

ऋषभारूढनूताय रिपुसूदनकीर्तये ।
ऋषिश्रेष्ठसुगीताय रिपुभीमाय मङ्गलम् ॥ २ ॥

गङ्गापावनपादाय गम्भीरस्वरभाषिणे ।
गान्धर्वगानलोलाय गभीराय सुमङ्गलम् ॥ ३ ॥

मङ्गलं क्षितिजापाय मङ्गलानन्दमूर्तये ।
मङ्गलश्रीनिवासाय माधवाय सुमङ्गलम् ॥ ४ ॥

पञ्चमस्वरगेयाय परिपूर्णस्वराब्धये ।
पाथोधिरागरङ्गाय परार्थाय सुमङ्गलम् ॥ ५ ॥

धन्याय धर्मपालाय धैवत्यधैर्यदायिने ।
ध्याताय ध्यानगम्याय ध्यातरूपाय मङ्गलम् ॥ ६ ॥

निषादगुहमित्राय निशाचरमदारये ।
निर्वाणफलदात्रे च नित्यानन्दाय मङ्गलम् ॥ ७ ॥

सप्तस्वराधिनाथाय सङ्गीतकृतिसेविने ।
सद्गुरुस्वामिगेयाय सीतारामाय मङ्गलम् ॥ ८ ॥

।। इति श्री राम मंगलाष्टकम सम्पूर्णम् ।।

श्री राम मंगलाष्टकम विशेषताएँ:

श्री राम मंगलाष्टकम के साथ-साथ यदि राम चालीसा का पाठ किया जाए तो, श्री राम मंगलाष्टकम का बहुत लाभ मिलता है, मनोवांछित कामना पूर्ण होती है| यह अष्टकम शीघ्र ही फल देने लग जाता है| अपने जीवन में सुख, शांति, समृधि लाने के लिए राम रक्षा स्तोत्र  का पाठ करना चाहिए| शत्रुओ और नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए श्री राम स्तुति का पाठ करना चाहिए|