Guruvayupuresa Mangala Stuti, गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति

Guruvayupuresa Mangala Stuti
गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति

गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति हिंदी पाठ
Guruvayupuresa Mangala Stuti in Hindi

श्री कृष्णाय मुकुन्दाय श्रीराजद्दिव्यवर्ष्मणे ।
गुरुवायुपुरेशाय जगदीशाय मङ्गलं ॥ १ ॥

करुणार्द्रमनस्काय तरुणारुणरोचिषे ।
गुरुवायुपुरेशाय हृषीकेशाय मङ्गलं ॥ २ ॥

विश्वपालनदीक्षाय विश्वसन्तापहारिणे ।
गुरुवायुपुरेशाय वासुदेवाय मङ्गलं ॥ ३ ॥

भवाब्द्धितारकायाऽब्जभवाभीष्टद कर्मणे ।
गुरुवायु पुरेशाय नन्दपुत्राय मङ्गलं ॥ ४ ॥

पयोधिकन्यापतये पयोदोपम मूर्तये ।
गुरुवायुपुरेशाय नन्दपुत्राय मङ्गलं ॥ ५ ॥

तापापनोदलोलाय पापारण्यदवाग्नये ।
गुरुवायुपुरेशाय देवदेवाय मङ्गलं ॥ ६ ॥

॥ इति गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति सम्पूर्णम् ॥

Guruvayupuresa Mangala Stuti Lyrics
गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति पाठ

shri krushnay mukunday shrirajddivyavarshmane ।
guruvayupureshay jagadishay mangalam ।। 1 ।।

karunardramanaskay tarunarunarochishe ।
guruvayupureshay hrushikeshay mangalam ।। 2 ।।

vishvapalanadikshay vishvasantapaharine ।
guruvayupureshay vasudevay mangalam ।। 3 ।।

bhavabddhitarakaya̕bjabhavabhishtad karmane ।
guruvayu pureshay nandputray mangalam ।। 4 ।।

payodhikanyapataye payodopam murtaye ।
guruvayupureshay nandputray mangalam ।। 5 ।।

tapapanodalolay paparanyadavagnaye ।
guruvayupureshay devdevay mangalam ।। 6 ।।

।। iti guruvayupuresa mangala stuti sampurnam ।।

गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति विशेषताए:

गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति का पाठ करने से  इस स्तुति का बहुत लाभ मिलता है, यह स्तुति शीघ्र ही फल देने लग जाते है| और साधक के जीवन में रोग, भय, दोष, शोक, बुराइया, डर दूर हो जाते है साथ ही देवी की पूजा करने से आयु, यश, बल, और स्वास्थ्य में वृद्धि प्राप्त होती है। अपने परिवार जनों का स्वस्थ्य ठीक रहता है और लम्बे समय से बीमार व्यक्ति को इस स्तुति का पाठ सच्चे मन से करने पर रोग मुक्त हो जाता है| यदि मनुष्य जीवन की सभी प्रकार के भय, डर से मुक्ति चाहता है तो वह इस स्तुति का पाठ करे|

इस स्तुति का पाठ करने से मनोवांछित कामना पूर्ण होती है| और नियमित रुप से करने से रुके हुए कार्य भी पूर्ण होने लगते है | यदि साधक इस स्तुति का पाठ प्रतिदिन करने से बुराइया खुद- ब- खुद दूर होने लग जाती है साथ ही सकरात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है|याद रखे इस गुरुवायु पुरेश मङ्गल स्तुति पाठ को करने से पूर्व अपना पवित्रता बनाये रखे| इससे मनुष्य को जीवन में बहुत अधिक लाभ प्राप्त होता है|