Janampatri Svyam Bnaiye Book/जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक
The Janampatri Swayam Banaye (जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक) is an important book, the Janampatri Svyam Bnaiye Book is not easily available; this book is written by Dr. Mann, published by Amit Pocket Books, in this book there are 379 pages.
Janampatri Svyam Bnaiye Book Content list:
According to the content list of the Janampatri Svyam Bnaiye Book, followings are the matter discussed. The entry matter, introduction and effect of zodiac, the horoscope formation, the basis of the horoscope, the birth chart, the horoscope composition, the birth horoscope by the lunar calendar, the production of horoscope by Sampatikkal, useful tables, how to make the horoscope of foreign countries, to make the zodiac sign, the zodiac element, the Chandramas iindicator, the National month indicating cycle, the axis of some of the selected cities, date indicating table, Lagna table etc. are described in details which is the most significant part of this Janampatri Svyam Bnaiye Book.
Janampatri Svyam Bnaiye Book Benefits:
- The birth certificate can be made by reading this creating Janampatri Svyam Bnaiye Book.
- You can get information about gems by reading this Janampatri Svyam Bnaiye Book.
Janampatri Svyam Bnaiye Book Description:
In the modern era, astrology or science has spread a lot, many innovations have been discovered and explored with this science, and many new astrological reactions have been developed, there is no doubt that the belief of common people for the last few years In the scriptures has increased, when a person gets frustrated with every form of despair and misery, and if the ray of hope is not seen then every person will get astrology. Astrology takes the only support and astrology reveals the ray of hope in it, Astrology is proven by this, therefore, the world is being constantly promoted in astrology, the modern age is called the era of logic. Without any Sahastra science and literature, the belief can not be considered in astrology. From now on, the human faith and belief that has remained, the size of it is only logic, because astrology is only a star, and in many of it the result is visible.
This book is said to be unavailable in the market, this book has been collected from different cities by the family of Astro Mantra. You can buy it by visiting Astro Mantra’s website at your place.
जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक/Janampatri Svyam Bnaiye Book
जन्मपत्री स्वयं बनाइए एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक/Janampatri Svyam Bnaiye Book आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ मान के द्वारा लिखी गई है, इस जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक को अमित पॉकेट बुक्स, ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 379 पृष्ठ(पेज) है।
जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक की विषय सूचि:
जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक/Janampatri Svyam Bnaiye Book की सूचि अनुसार– विषय प्रवेश, राशियों का परिचय व प्रभाव, जन्म कुंडली रचना अपेक्षित आधार सामग्री विचार, पंचांग का उपयोग जन्म कुंडली रचना, पंचांग द्वारा जन्मकुंडली निर्माण, साम्पातिककाल द्वारा जन्म कुंडली निर्माण, उपयोगी सारणियाँ, विदेश का जन्मपत्री कैसे बनायें, राशी चक्र, राशी तत्व, चंद्रमास बोधक यंत्र, राष्ट्रीय मास बोधक चक्र, कुछ चुने हुए शहरों के अक्षांश, तिथि बोधक सारणी, दैनिक लग्न सारणी के बारे में विस्तार रूप से बताया गया है, जोकि जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक/Janampatri Svyam Bnaiye Book के महत्वपूर्ण अंग है।
जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक के लाभ:
- जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक को पढ़ने से जन्मपत्री स्वयं बना सकते है।
- जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक को पढ़कर आपको रत्नों की भी जानकारी मिल सकती है।
जन्मपत्री स्वयं बनाइए पुस्तक का विवरण:
आधुनिक काल युग में ज्योतिष शास्त्र अथवा वैज्ञानिक का बहुत प्रसार हुआ है, कई नई-नई खोजो अथवा विज्ञान अनुसधान हुआ है, तथा कई नवीन ज्योतिष प्रतिक्रियाओं का विकास हुआ है, इसमें भी कोई सन्देह नहीं कि पिछले कुछ वर्षो से आम लोगो का विश्वास ज्योति शास्त्र में बढ़ा है, जब कोई व्यक्ति प्रत्येक रूप से निराशा और दुःख में घिर जाता है और आशा की किरण कही दिखाई नहीं देती तो प्रत्येक व्यक्ति ज्योतिष शास्त्र का ही सहारा लेता है और ज्योतिष विज्ञान उसमें पूर्ण आशा की किरण उजागर कर देता है, ज्योतिष शास्त्र की विशेषता इससे सिद्ध हो जाती है, इसलिए पूरे विश्व में ज्योतिष शास्त्र का निरंतर प्रचार हो रहा है, आधुनिक युग को तर्क का युग कहा जाता है किसी भी सहस्त्र विज्ञान तथा विद्या तर्क के बिना विश्वास हो ही नहीं सकता ज्योतिष विज्ञान में प्राचीनकल से अभी तक मानव की जो श्रद्धा एवं विश्वास बना हुआ है उसका आकार केवल तर्क ही है क्योंकि ज्योतिष शास्त्र तारकासांगत ही है, इसके कई प्रणाम देखने को मिलते है। यह पुस्तक जैसा की कहा गया है की बाज़ार में अनुपलब्ध है, एस्ट्रो मंत्रा के परिवार द्वारा इस पुस्तक को विभिन्न शहरों से एकत्रित किया गया है। आप के ज़रुरत पर आप एस्ट्रो मंत्रा के वेबसाइट में जाकर खरीद सकते है।
Janampatri Svyam Bnaiye Book Details:
Book Publisher: Amit Pocket Books
Book Author: Dr. Maan
Language: Hindi
Pages: 380 Pages
Size: “18” x “12” cm
Weight: 341 gm Approx
Shipping: Within 4-5 Days in India
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