Katyayani Devi Kavach, कात्यायनी देवी कवच

कात्यायनी देवी कवच/Katyayani Devi Kavach

Katyayani Devi Kavach (कात्यायनी देवी कवच)

कात्यायनौमुख पातु कां स्वाहास्वरूपिणी।

ललाटे विजया पातु मालिनी नित्य सुन्दरी॥

कल्याणी हृदयम् पातु जया भगमालिनी॥

Katyayani Devi Kavach/कात्यायनी देवी कवच

Katyayanaumukha Patu Kam Swahaswarupini।

Lalate Vijaya Patu Malini Nitya Sundari॥

Kalyani Hridayam Patu Jaya Bhagamalini॥

Katyayani Devi Kavach/कात्यायनी देवी कवच विशेषताऐ :

नवरात्रि का छठ वां दिन मां नव दुर्गा के कात्यायिनी स्वरुप को समर्पित माना जाता  है| कात्यायनी देवी कवच के साथ-साथ यदि दुर्गा कवच का पाठ किया जाए तो, इस कवच का बहुत लाभ मिलता है, यह कवच शीघ्र ही फल देने लग जाते है| यदि साधक इस कवच का पाठ प्रतिदिन करने से बुराइया खुद- ब- खुद दूर होने लग जाती है साथ ही सकरात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है| अपने परिवार जनों का स्वस्थ्य ठीक रहता है और लम्बे समय से बीमार व्यक्ति को इस कवच का पाठ सच्चे मन से करने पर रोग मुक्त हो जाता है| यदि मनुष्य जीवन की सभी प्रकार के भय, डर से मुक्ति चाहता है तो वह इस कवच का पाठ करे|

कात्यायनी देवी कवच के पाठ के साथ साथ दुर्गा चालीसा और दुर्गा स्तुति का भी पाठ करने से मनोवांछित कामना पूर्ण होती है| और नियमित रुप से करने से रुके हुए कार्य भी पूर्ण होने लगते है | और साधक के जीवन में रोग, भय, दोष, शोक, बुराइया, डर दूर हो जाते है साथ ही देवी की पूजा करने से आयु, यश, बल, और स्वास्थ्य में वृद्धि प्राप्त होती है। याद रखे इस कात्यायनी देवी कवच पाठ को करने से पूर्व अपना पवित्रता बनाये रखे| इससे मनुष्य को जीवन में बहुत अधिक लाभ प्राप्त होता है|