What is a Balaji Mudrika?
Balaji Mudrika (बालाजी मुद्रिका): Ashtadhatu is very important in astrology. The reason for this is its purity. Ashtadhatu means a mixture of eight metals. This mudrika is of these metals, it is a very powerful mudrika. Moreover, by wearing Balaji Mudrika, the negative effects of planets start reducing. Wearing this mudrika protects from Tantra Dosh, Pitra Dosh, Graha Dosh, Kalsarp Dosh, etc. By wearing mudrika, the negative energy around the person goes away and maintains an environment of positive energy.
Why should wear a Balaji Mudrika?
Often a person involves in the wrath of evil powers like evil eyes and black magic, but he does not realize what is happening to him. Due to this, there is always a feeling of fear in their mind and they remain in more trouble, in such a situation they must wear this Balaji Mudrika.
This mudrika keeps the person away from evil powers and keeps him safe. As well as, this mudrika helps in removing the fearful state of mind and generates positive thinking. Balaji Mudrika has been energized with Balaji Mantra. You can order online soon from our Astro Mantra online shop.
How to wear a Balaji Mudrika?
On any Saturday evening between 5 pm and 7 pm, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house, facing east. Place an Idol or Picture of Shri Hanuman in front of you. Make a ‘’Circle’’ with roli in a plate in front of him and write “Hun” on it with roli.
Then place the Balaji Mudrika on it and apply red vermilion (Sindoor) on the kada. After that, offer red oleander flowers, fruits and sweets on the kada. Light a lamp of pure ghee in front of you and worship it. After the worship, say “Jai Shri Ram” 12 times, recite Hanuman Chalisa once and Bajrang Baan 7 times and wear it.
Benefits of Balaji Mudrika:
- Due to the effect of this mudrika, the planetary defects in the person’s horoscope start reducing.
- This mudrika keeps the person away from evil eyes and negative energies.
- Balaji Mudrika helps in removing health problems.
- This mudrika protects the person from negative powers like black magic, sorcery, vashikaran, and evil eyes.
- Moreover, wearing a mudrika removes unnecessary fear from a person’s mind.
- This mudrika helps in taking care of the mental balance.
- Above all, by wearing this mudrika, problems related to knees, shoulders, and spine cure.
Precautions of Balaji Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worshiping.
बालाजी मुद्रिका क्या है?
ज्योतिष शास्त्र में अष्टधातु का महत्व बहुत अधिक माना जाता है। इसका कारण इसकी पवित्रता है। अष्टधातु का अर्थ है आठ धातुओं का मिश्रण। यह मुद्रिका इन्ही धातुओं से बनी है, यह एक अत्यधिक शक्तिशाली मुद्रिका है। बालाजी मुद्रिका पहनने से ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव कम होने लगते हैं। इस मुद्रिका को पहनने से तंत्र दोष, पितृ दोष, ग्रह दोष, कालसर्प दोष आदि से बचाव होता है। इस मुद्रिका को धारण करने से व्यक्ति के आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का वातावरण बना रहता है।
बालाजी मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
अक्सर व्यक्ति बुरी शक्तियों जैसे नजर दोष और काला जादू के प्रकोप में फंस जाता है, लेकिन उसे इसका अहसास नहीं होता कि उसके साथ ऐसा क्या हो रहा है। इससे उनके मन में हमेशा डर का भाव बना रहता है और वे अधिक परेशानी में रहता हैं, ऐसे में उन्हें यह मुद्रिका अवश्य पहननी चाहिए।
यह मुद्रिका व्यक्ति को बुरी शक्तियों से दूर और उसे सुरक्षित रखती है। यह मुद्रिका मन की भय स्थिति को दूर करने में मदद करती है और सकारात्मक सोच को उत्पन्न करती है। बालाजी मुद्रिका को बालाजी मंत्र से सिद्ध किया गया है, जिसे आप हमारे एस्ट्रो मंत्रा की शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है।
बालाजी मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी शनिवर के दिन शाम के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पूर्व दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए, अपने सामने श्री हनुमान जी की मूर्ती या चित्र रखें, उनके सामने एक थाली में, रोली से “गोला” बनाकर, उसमें रोली से, “हुं” लिखें।
फिर उसके ऊपर बालाजी मुद्रिका को रखें, कड़े पर लाल सिन्दूर लगा कर रंग दें, रंगे हुए कड़े पर लाल कनेर पुष्प, फल, मिठाई चढ़ाये, सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर, पूजन करें, पूजन के बाद “जय श्री राम” 12 बार बोले और एक बार हनुमान चालीसा और 7 बार बजरंग बाण का पाठ कर, इसे धारण कर लें।
बालाजी मुद्रिका के लाभ:
- इस मुद्रिका के प्रभाव से व्यक्ति की कुंडली में बने ग्रह दोष कम होने लगते हैं।
- यह मुद्रिका व्यक्ति को बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जाओं से दूर रखती है।
- बालाजी मुद्रिका स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
- यह मुद्रिका व्यक्ति को काला जादू, टोना, वशीकरण, नजर दोष जैसी नकारात्मक शक्तियों से बचाती है।
- बालाजी मुद्रिका को पहनने से व्यक्ति के मन में बिना कारण का डर दूर होता है।
- यह मानसिक संतुलन की देखभाल में मदद करती है।
- इसको पहनने से घुटने, कंधों और रीढ़ की हड्डी संबंधित समस्याएं दूर होने लगती हैं।
बालाजी मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Balaji Mudrika Details:
Weight: 0.004 gm Approx.
Color: Golden
Metal: Copper
Product Types: Religious Ring
Energized: Balaji Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India.
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
Reviews
Clear filtersThere are no reviews yet.