What is an Ashtalakshmi Mudrika?
Apart from gems, metals also have special importance in the world of astrology. This Ashtalakshmi Mudrika/अष्टलक्ष्मी मुद्रिका has the composition of Ashtadhatu. This mudrika succeed in the goal of attaining Narayana. These Eight Lakshmi are famous as follows, Adi Lakshmi, Dhan Lakshmi, Vidya Lakshmi, and Dhanya Lakshmi, Dhairya Lakshmi, Santan Lakshmi, Vijay Lakshmi, and Raj Lakshmi.
By wearing this mudrika, poverty starts getting removes from a person’s life. Moreover, this mudrika removes bad luck from life and bestows good fortune. If a person is facing any kind of problem in his work, business, or family then one must wear this Ashtalakshmi Mudrika.
Why should wear an Ashtalakshmi Mudrika?
Wearing Ashtalakshmi Mudrika affects a person’s life in many ways. By wearing it, all the negative energy spread in life or the surrounding environment ends. Besides, by wearing this ring, positive thoughts start arising in the mind of the person. By wearing a mudrika reduces mental and physical stress.
This will provide relief to the person from all kinds of problems. The practitioners of Astro Mantra have energized this mudrika in the Vedic manner and the effect one can achieve by wearing it immediately. You can order this mudrika online from Astro Mantra online shop.
How to wear an Ashtalakshmi Mudrika?
On any Friday evening between 5 pm to 7 pm, sit on a Red woolen mat in a secluded place or prayer room in your house, facing west. Then place an Idol or Picture of Mahalakshmi and in front of the idol. Make a “Shri” with roli in a steel plate and fill it with whole rice. Place Ashtalakshmi Mudrika on top of the rice. After that, place red flowers, fruits, sweets in the plate and worship by lighting a lamp of pure ghee in front of it. Chant the following Mahalakshmi Mantra 7 Mala and wear it.
Ashtalakshmi Mudrika Mantra:
|| Om Hrim Ashtalakshmaye Namah: ||
Benefits of Ashtalakshmi Mudrika:
- By wearing this mudrika, poverty starts getting removes from a person’s life.
- Besides, this mudrika removes bad luck from life and bestows good fortune.
- Wearing it brings more success in business, job, and career.
- Additionally, by wearing a mudrika, the negative energy spread in life starts going away.
- By wearing this mudrika, positive thoughts start arising in the mind.
- This mudrika reduces mental and physical stress.
- Moreover, by wearing this, the blessings of Goddess Lakshmi and Narayana always remain with you.
Precautions of Ashtalakshmi Mudrika:
- Do not consume meat, alcohol and avoid getting intimate 24 hours before worship.
- Do the puja with a calm mind and concentration after taking bath.
- Do not touch this product with dirty hands before worship.
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका क्या है?
रत्नों के अलावा धातुओं का भी ज्योतिष की दुनिया में विशेष महत्व है। इस अष्टलक्ष्मी मुद्रिका को अष्टधातु से बनाया गया है। यह मुद्रिका नारायण को पाने के लक्ष्य को पूरा करती है। यह आठ लक्ष्मी निम्न रूप से जानी जाती है, आदि लक्ष्मी, धन लक्ष्मी, विद्या लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, धैर्य लक्ष्मी, संतान लक्ष्मी, विजय लक्ष्मी और राज लक्ष्मी।
इस मुद्रिका को धारण करने से व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता खत्म होने लगती है। यह मुद्रिका जीवन से दुर्भाग्य को दूर करके, सौभाग्य प्रदान करती है। यदि किसी व्यक्ति के कार्यों में, व्यापार में, या परिवार में किसी प्रकार की परेशानी है तो उसे यह मुद्रिका जरूर धारण करनी चाहिए।
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका क्यों पहननी चाहिए?
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका धारण करने से व्यक्ति का जीवन कई तरह से प्रभावित होता है। इसे धारण करने से जीवन या आसपास के वातावरण में जितनी भी नकारात्मक ऊर्जा फैली है, उन सभी का नाश होता है। इस मुद्रिका को धारण करने से जातक के मन में सकारात्मक विचार जन्म लेने लगते हैं। अष्टलक्ष्मी मुद्रिका पहनने से मानसिक और शारीरिक तनाव कम होने लगता है।
इससे व्यक्ति को हर तरह की परेशानी से निजात मिलेगी। एस्ट्रो-मंत्रा के साधकों ने इस मुद्रिका को वैदिक रीति से प्राण प्रतिष्ठित किया है जो तुरंत धारण कर असर प्राप्त किया जा सकता है। आप इस मुद्रिका को एस्ट्रो मंत्रा ऑनलाइन शॉप से शीघ्र ही ऑनलाइन मंगवा सकते है৷
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका कैसे धारण करें?
किसी भी शुक्रवार के दिन शाम के समय 5 बजे से 7 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पश्चिम दिशा की तरफ़ मुख करके, लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए। फिर महालक्ष्मी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें और मूर्ति सामने एक स्टील थाली में, रोली से “श्रीं” बनाकर, उसमें साबुत चावल भर दें, चावल के ऊपर अष्टलक्ष्मी मुद्रिका को रखें। उसके बाद, लाल पुष्प, फल, मिठाई थाली में रखे और सामने शुद्ध घी का दीपक जलाकर पूजन करें, निम्नलिखित महालक्ष्मी मन्त्र का 7 माला जाप कर, इसे धारण करें।
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका मंत्र:
|| ॐ ह्रीं अष्टलक्ष्मयें नम: ||
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका के लाभ:
- इसको धारण करने से व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता खत्म होने लगती है।
- यह जीवन से दुर्भाग्य को दूर करके, सौभाग्य प्रदान करती है।
- इसे धारण करने से व्यापार, नौकरी और कैरियर में अधिक सफलता प्राप्त होती है।
- अष्टलक्ष्मी मुद्रिका धारण करने से जीवन में फैली नकारात्मक ऊर्जा दूर होने लगती है।
- इसको पहनने से मन में सकारात्मक विचार जन्म लेने लगते हैं।
- यह मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करती है।
- इसे धारण करने से माता लक्ष्मी और नारायण की कृपा सदैव आप पर बनी रहती है।
अष्टलक्ष्मी मुद्रिका की सावधानियां:
- पूजा करने से 24 घंटे पहले मांस, मदिरा और मैथुन का प्रयोग न करें।
- पूजा स्नान कर शांत मन से एकाग्र होकर ही करें।
- पूजा करने से पहले गंदे हाथों से इस प्रोडक्ट को न छुयें।
Ashtalakshmi Mudrika Details:
Metal: Ashtadhatu
Size: 1 x 1 Inch
Weight: 5 gm Approx.
Product Type: Religious Ring
Energized: Lakshmi Beej Mantras
Shipping: Within 4-5 Days in India.
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Chandni –
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