Ank Jyotish Bhavisya Book/अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक : Ank Jyotish Bhavisya is an important book, Ank Jyotish Bhavisya Book is not easily available, this book is written by Dr. Jai Prakash Sharma, this Ank Jyotish Bhavisya Book has been published by Indica Publishers, Delhi, in this book there are 160 pages.
Ank Jyotish Bhavisya Book Content list:
According to the content list of the Ank Jyotish Bhavisya Book, the contents are duly expressed in a simple language for the convenience of the readers. The matters are mentioned here under. Character relationships, specific numerical effects, dates of birth, specific qualities, demerits, favorable times, favorable dates, colors and gems, protection from weaknesses, presiding deity, meditation, mantra-vrat-fasting, etc.- Ank Jyotish Bhavisya Pushtak
Ank Jyotish Bhavisya Book Description:
Numerals have always been important in human life. It is also a well-known fact that before the letters, man had gained knowledge of numbers. Naturally, when he would have seen that I had more than one hand, feet, fingers, eyes, ears, etc., he would have had to use a symbol to identify him differently. And this would have started his numerology. The first subject that would have developed with the knowledge of marks was arithmetic or mathematics; perhaps that is why mathematics is considered the father of all subjects.- Ank Jyotish Bhavisya Pushtak
Gradually the symbolic identification of the digits will be larger and with that the character or character of the digits will also be exposed. After all, the concept of number one or number one will be broken only by this knowledge. With this process, numerology is born, whose popularity is increasing day by day. There should be no difficulty in accepting the fact that even though the numerals originated in India, this numerology gained importance due to western influence.
The British numerologist ‘Cheiro’ became a world-renowned personality due to his esoteric knowledge. Because of his somewhat baffling predictions, the world became aware of this scripture and then every country started claiming to be the father of this numerology. India is also not untouched by this. Gradually, a certain perception was formed in people’s minds about the numerals and their association with various metals, gems and planets started to be discovered.- Ank Jyotish Bhavisya Pushtak
Ank Jyotish Bhavisya Book Benefits:
Reading the book of numerology provides information about topics of radix.
You can understand the importance of marks by reading the book Numerology.
From the book Numerology you can know the happenings in your life.
अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक/Ank Jyotish Bhavisya Book
अंक ज्योतिष भविष्य एक महत्वपूर्ण पुस्तक है, अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक/Ank Jyotish Bhavisya Book आसानी से उपलब्ध नहीं होती, यह पुस्तक डॉ. जय प्रकाश शर्मा जी द्वारा लिखी हुई है, इस अंक ज्योतिष भविष्य शर्स, दिल्ली ने प्रकाशित किया है, इस पुस्तक में 160 पृष्ठ(पेज) है।
अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक की विषय सूचि:
अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक/Ank Jyotish Bhavisya Book में विषय सूचि अनुसार – अक्षर संबंध, विशिष्ट अंक प्रभाव, जन्मतिथि, विशिष्ट गुण, अवगुण, अनुकूल समय, अनुकूल तारीखें, रंग और रत्न, कमजोरियों से बचाव, अधिष्ठाता देवता, ध्यान, मंत्र-व्रत-उपवास इत्यादि, सावधानियाँ, सौभाग्यवर्द्धक रत्न, जोकि अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक के महत्वपूर्ण अंग है।
अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक/Ank Jyotish Bhavisya Book का विवरण
अंकों का मानव जीवन में हमेशा ही महत्त्व रहा है। यह भी एक सर्वमान्य तथ्य है कि अक्षरों से पहले मनुष्य ने अंकों का ज्ञान प्राप्त किया था। स्वाभाविक ही है कि जब उसने देखा होगा कि मेरे एक से अधिक हाथ, पाँव, उँगलियाँ, नयन, कान, इत्यादि हैं तो उन्हें अलग-अलग पहचानने के लिए उसे किसी प्रतीक का प्रयोग करना पड़ा होगा। और इसी से उसके अंक ज्ञान की शुरुआत हुई होगी।
अंकों के ज्ञान के साथ ही सर्वप्रथम विषय जो विकसित हुआ होगा, वह था-अंकगणित या गणित;शायद इसलिए गणित को सारे विषयों का जनक माना जाता है। धीरे-धीरे अंकों की प्रतीकात्मक पहचान तो बड़ी होगी और उसी के साथ अंकों की विशेषता या चरित्र भी उजागर होने लगा होगा। आखिर नंबर एक या अव्वल नंबर की अवधारणा इसी ज्ञान से ही तो फूटी होगी। इसी प्रक्रिया के साथ अंक-शास्त्र की उत्पति होती है जिसकी लोकप्रियता दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है। इस तथ्य को मानने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए कि चाहे अंकों की उत्पति भारत में ही हुई परन्तु इस अंक-शास्त्र को महत्ता पश्चिमी प्रभाव के कारण ही प्राप्त हुई।
ब्रिटिश अंक-शास्त्री ‘कीरो’ तो अपने इसी गूढ़ ज्ञान के कारण एक विश्वविख्यात व्यक्तित्व बन गया। उसी की कतिपय भौचक्की करने वाली भविष्यवाणियों के कारण विश्व इस शास्त्र के प्रति जागरूक हुआ और फिर हर देश ने इस अंक-शास्त्र के जनक होने का दावा करना प्रारम्भ कर दिया। भारत भी इससे अछूता नहीं रहा। धीरे-धीरे in अंकों के बारे में लोगों के मन में एक निश्चित धारणा बनती गई और उनकी विभिन्न धातुओं, नगों तथा ग्रहों से संगति खोजी जाने लगी।- Ank Jyotish Bhavisya Pushtak.
अंक ज्योतिष भविष्य पुस्तक/Ank Jyotish Bhavisya Book के लाभ:
अंक ज्योतिष पुस्तक को पढ़ने से मूलांक के विषयों की जानकारी मिलती है।
इस पुस्तक को पढ़कर अंको के महत्व को समझ सकते है।
अंक ज्योतिष पुस्तक से आप अपने जीवन में होने वाली घटनाओं को जान सकते है।
Ank Jyotish Bhavisya Book Details:
Book Publisher: Indica Publications
Book Author: Dr. Jay Prakash Sharma
Language: Hindi
Weight: 0.284 gm Approx.
Pages: 160 Pages
Size: “22” x “14” cm
Shipping: Within 4-5 Days in India
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