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Gauri Shankar Rudraksha

Gauri Shankar Rudraksha is the symbol of Shiva Parvati. This Rudraksha is in a way the confluence of Shiva and Parvati, wearing it brings all kinds of marital happiness. Moreover, it strengthens the relationship between husband and wife. As a result, happiness and peace remain in marital life. Besides, all the problems of domestic happiness start resolving. Gauri Shankar Rudraksha is a symbol of Shiva Shakti. If a pregnant woman wears Siddha Gauri Shankar Rudraksha for 90 days, then she gets a good son.

Gauri Shankar Rudraksha removes all types of sexual problems. Moreover, wearing it increases mutual love between husband and wife. This Rudraksha provides all the planetary happiness. Gauri Shankar Rudraksha one must hold on Monday.

Siddha Gauri Shankar Rudraksha

According to Tantra-Shastra, only Siddha Rudraksha is fully fruitful. Without Siddha Rudraksha, there is no special benefit. Gauri Shankar Rudraksha is Pran Pratisthit during Pushya Yoga, Siddha Yoga, Ravi Yoga, and Shiva Gauri Mantras of Lord Shiva in the month of Shravan. As a result, as soon as you wear Gauri Shankar Rudraksha, you get to see its full benefits.

You can buy Siddha Rudraksha online from Astro Mantra Store and get it delivered to your home through courier soon. Gauri Shankar Rudraksha is not easily available in the market, even if available, they are mostly fake, and wood, they look similar to the real Rudraksha, but there is no benefit in wearing them.

गौरी शंकर रुद्राक्ष

यह रुद्राक्ष शिव पार्वती का प्रतीक माना गया है, यह रुद्राक्ष एक प्रकार से शिव पार्वती के संगम का स्वरूप होता है, इसे धारण करने से सभी प्रकार के दांपत्य सुखों की प्राप्ति होती है, यह पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत बनाता है, जिससे वैवाहिक जीवन में सुख शांति बनी रहती है, गृहस्थ सुख की सभी समस्यायें दूर होने लगती है। गौरी शंकर रुद्राक्ष शिव शक्ति का प्रतीक है, यदि गर्भवती महिला सिद्ध गौरी शंकर रुद्राक्ष 90 दिन धारण करें, तो श्रेष्ठ पुत्र संतान प्राप्ति होती है।

गौरी शंकर रुद्राक्ष समस्त प्रकार की यौन समस्याओं को दूर करता है, इसके धारण करने से पति पत्नी में प्रेम परस्पर बढ़ने लगता है। गौरी शंकर रुद्राक्ष समस्त ग्रहस्थ सुख प्रदान करता है, पति-पत्नी में तनाव हो, या घर में बिना बात के कलह रहती हो, गौरी शंकर रुद्राक्ष सोमवार के दिन अवश्य ही धारण करना चाहियें। यदि प्रेम विवाह नहीं हो रहा हो, बात बनते-बनते टूट जाती हो, तो को सोमवार के दिन, गौरी शंकर रुद्राक्ष को प्रातः 7 से 9 बजे के बीच, शिवलिंग पर रख कर अभिषेक करें और बस रुद्राक्ष को, 3 साबुत हल्दी की गांठ के साथ, पीले कपड़े में बांध कर, अपने सिरहाने, गद्दे क निचे 90 दिन तक रखने से, सभी प्रकार की प्रेम विवाह बाधा दूर हो जाती है, प्रेम विवाह संपन्न हो जाता है।

सिद्ध गौरी शंकर रुद्राक्ष

तंत्र-शास्त्रों के अनुसार सिद्ध रुद्राक्ष ही, पूर्ण फलदायी माने गये है। बिना सिद्ध हुए रुद्राक्ष का कोई विशेष लाभ नहीं होता, गौरी शंकर रुद्राक्ष को पुष्य योग, सिद्ध योग, रवि योग, श्रावण मास में शिव भगवान के, शिव गौरी मंत्रो से प्राण-प्रतिष्ठित सिद्ध किया जाता है, जिससें गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करते ही, इनका पूर्ण लाभ देखने को मिलता है, सिद्ध गौरी शंकर रुद्राक्ष आप एस्ट्रो मन्त्रा स्टोर से ऑनलाइन खरीद कर शीघ्र कुरियर के माध्यम से अपने घर मंगवा सकते है।

बाज़ार में गौरी शंकर रुद्राक्ष आसानी से नहीं मिलते है, यदि मिलते भी है, तो वह अधिकाश नकली होते है, जो लकड़ी के बने हुए होते है, देखने में असली रुद्राक्ष जैसा ही होते है, पर इनको धारण करने से कोई लाभ नहीं होता, इसलिए ध्यान रहे, गौरी शंकर रुद्राक्ष कही से भी खरीदे, पर विश्वशनीय संस्थान से ही ख़रीदे, जो आपको सिद्ध गौरी शंकर रुद्राक्ष प्रदान करें, अन्यथा आपको कोई लाभ नहीं होगा।