What is an Akaal Mrityu Nivaran Yantra?
Akaal Mrityu Nivaran Yantra/अकाल मृत्यु निवारण यंत्र is a rare yantra of Tantra Shastra. If anyone in the native’s family has an incurable disease, then worship, meditate, and use this yantra and also chant the Mahamrityunjaya Mantra. This yantra not only cures the disease but also improves the financial condition of the person. With the installation of this yantra, the possibility of accidental or untimely death is eliminated. This yantra removes all types of fear of death.
How is the Akaal Mrityu Nivaran Yantra Energized?
This Yantra people perform in Amrit Siddha Yoga on the day of Shravan month, Shivaratri, and Kalratri by chanting Rog Beej Mantras encapsulated with Mahamrityunjaya Mantra. However, this is a complex method. Hence, it can become completely beneficial. Generally, it is impossible to energize the Yantra like this through the pundits of today. Only a highly accomplished practitioner of Astro Mantra can perform this action.
This energized yantra anyone can obtain and use this directly from Astro Mantra Institute through fast delivery. Through this yantra, Rog Sadhana, Dhanvantari Rog Shanti Sadhana, Mahamrityunjaya sadhana, Chamunda Rog Shanti, Bhairav Prayog, Bhairav Tantra Saber Prayog can be done easily. If you do not have complete information about its use and meditation. Then you can use this yantra by the method given below.
How to install the Akaal Mrityu Nivaran Yantra?
On any Monday or Saturday, between 7 pm and 10 pm. Sit on a white/black or red woolen seat in a secluded place or puja room in your house, facing east. Make a triangle with vermilion on a plate in front of the idol of Lord Shiva and place 8 black peppercorns in that triangle.
On those black peppercorns, install a Akaal Mrityu Nivaran Yantra. Light a pure oil lamp and offer incense sticks in front of the Yantra and worship it. Thereafter, chant 8 rosaries of the following mantra with any Rudraksha rosary or chant the mantra as per your sadhana.
॥ Om Houn Joom sha: (Name) Sah Joom Om ॥
In place of the name in this mantra, take the patient’s name. After completion of chanting, tie the yantra in a red cloth and keep it at the bedside of the patient. 8 black peppers keep below the yantra, turn them upside down 8 times over the patient. And it burn them with camphor in an open place. By doing this, the patient’s disease starts getting cured.
Benefits of Akaal Mrityu Nivaran Yantra:
- This yantra not only cures diseases; it also improves the economic condition.
- With the installation of this yantra, the possibility of accidental death also wanes.
- Besides, if someone in the family has an incurable disease, then worship, meditate, and use this Yantra.
- Akaal Mrityu Nivaran Yantra removes all types of fear of death.
- Above all, if there is any Tantra Dosh, it wanes by using this Yantra.
Precautions for Akaal Mrityu Nivaran Yantra:
- Do not touch the prevention of untimely death and cure of diseases with dirty hands.
- Moreover, women should not try to prevent premature death and get rid of diseases during menstruation.
- Besides, stay away from intoxicants and consumption of vindictive food during worship for prevention of untimely death and relief from diseases.
- Keep or install this Akaal Mrityu Nivaran Yantra covered with rice and red cloth.
- Always keep the benefits of Akaal Mrityu Nivaran Yantra and getting rid of diseases a secret.
अकाल मृत्यु निवारण और रोग मुक्ति यंत्र क्या है?
अकाल मृत्यु निवारण यंत्र, तंत्र शास्त्र के एक दुर्लभ यंत्र है। अगर जातक के परिवार में किसी को लाइलाज बीमारी हो, तो इस यंत्र की पूजा, साधना और प्रयोग अवश्य करें, इसके साथ में महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी करें। यह यंत्र न केवल बीमारी ही ठीक करता है, साथ ही-साथ जातक की आर्थिक स्थिति में भी सुधार लाता है৷ इस यंत्र की स्थापना से दुर्घटना जनित या अकाल मृत्यु होने की सम्भावना समाप्त हो जाती है৷ यह यंत्र सभी प्रकार के मृत्यु भय को दूर करता है।
अकाल मृत्यु निवारण यंत्र कैसे सिद्ध होता है?
इस यंत्र को श्रवण मास, शिवरात्रि, कालरात्रि के दिन अमृत सिद्ध योगो में, महामृत्युंजय मंत्र से संपुटित रोग बीज मंत्रो से सिद्ध, किया जाता है৷ यह एक जटिल विधान है, जिससे यह पूर्ण लाभकारी बन सकें, सामान्य रूप से आजकल के पंडितों के माध्यम से इस तरह यंत्र सिद्ध करना संभव नही है৷ इस क्रिया को एस्ट्रो मंत्रा के उच्चकोटि के सिद्ध साधक ही संपन्न कर सकते है।
एस्ट्रो मंत्रा संस्थान से फ़ास्ट डिलीवरी के माध्यम से इस सिद्ध किये हुए यन्त्र को प्राप्त कर सीधा ही उपयोग किया जा सकता है, इस यन्त्र के माध्यम से रोग साधना, धन्वंतरि रोग शांति साधना, महामृत्युंजय साधना, चामुण्डा रोग शांति प्रयोग, भैरव प्रयोग, भैरव तंत्र साबर प्रयोग आसानी से संपन्न किये जा सकते है। यदि प्रयोग और साधना की पूरी जनकारी न हो, तो नीचे दी हुई विधि से आप इस यंत्र को उपयोग कर सकते है।
अकाल मृत्यु निवारण यंत्र कैसे स्थापित करें?
किसी भी सोमवार या शनिवार के दिन शाम के समय के समय 7 बजे से 10 बजे के बीच अपने घर में किसी एकान्त स्थान या पूजा कक्ष में पूर्व दिशा की तरफ़ मुख करके सफ़ेद/काला या लाल ऊनी आसन पर बैठ जाए৷ भगवान शिव मूर्ती के सामने एक थाली में सिंदूर से त्रिकोण बनाकर, उस त्रिकोण में 8 काली मिर्च के दाने रख दें৷
उस काली मिर्च के दानों पर, अकाल मृत्यु निवारण यंत्र स्थापित करें৷ यंत्र के सामने शुद्ध तेल का दीपक जलाकर, धुप-दीप देकर, पूजन करें ৷ इसके बाद निम्नलिखित मन्त्र की 8 माला का जाप किसी भी रुद्राक्ष माला से जाप करें या अपनी साधना के अनुसार मन्त्र जाप करे।
॥ ॐ हौं जूम स: (नाम) स: जूम ॐ ॥
इस मंत्र में नाम की जगह रोगी का नाम ले, जाप पूरा होने के बाद यंत्र को लाल वस्त्र में बांध कर रोगी के सिरहाने रख दे৷ यंत्र के निचे रखी हुई 8 काली मिर्च को, रोगी के उपर से उल्टा 8 बार घुमा कर, खुले स्थान में कपूर के साथ जला दें। इस तरह करने से रोगी का रोग दूर होने लगता है।
अकाल मृत्यु निवारण यंत्र के लाभ:
- यह यंत्र न केवल बीमारी समाप्त करता है, साथ ही यह आर्थिक स्थिति में भी सुधार लाता है।
- इस यंत्र की स्थापना से दुर्घटना जनित मृत्यु होने के सम्भावना भी समाप्त हो जाती है।
- परिवार में किसी को लाइलाज बीमारी हो, तो इस यंत्र की पूजा, साधना, और प्रयोग अवश्य करें।
- यह अकाल मृत्यु निवारण यंत्र सभी प्रकार के मृत्यु भय को दूर करता है।
- यदि कोई तंत्र दोष हो, तो इस अकाल मृत्यु निवारण यंत्र के प्रयोग से वह दूर हो जाता है।
अकाल मृत्यु निवारण यंत्र की सावधानियाँ:
- अकाल मृत्यु निवारण यंत्र को गंदे हाथों से न छुएं।
- रजस्वला समय से स्त्रियाँ इस अकाल मृत्यु निवारण यंत्र को हाथ न लगायें।
- अकाल मृत्यु निवारण यंत्र की पूजा-साधना के समय नशा व तामसिक भोजन के सेवन से दूर रहे।
- इस आपत्ति उद्धारक यंत्र को चावल के साथ और लाल वस्त्र में ढक कर रखें या स्थापित करें।
- अकाल मृत्यु निवारण यंत्र से मिलने वाले लाभ को सदा गुप्त रखें।
Akaal Mrityu Nivaran Yantra Details:
Weight: 0.009 gm Approx.
Size: “2” x “2” Inch
Metal: Copper Yantra
Yantra Types: Puja Yantra
Energized: Mahamrityunjaya Beej Mantra
Shipping: Within 4-5 Days in India
Shop: Books | Yantra | Rosary | Rudraksha | Gemstones | Rings | Kavach | Lucky Charms | Online Puja | Puja Items | Gutika | Pyramids | FengShui | Herbs | View All
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